जब इसे खाद और जल देगा |
ये शजर तुझको खूब फल देगा ||
वो मुझे शिव अगर कहेगा तो |
पीने को फिर कोई गरल देगा ||
है अभी तक रिमांड पर मुलज़िम |
इक न इक दिन वो सच उगल देगा ||
जब सही दोस्त साथ में होगा |
तेरी औक़ात को बदल देगा ||
काम दिन में बुरा करेगा जो |
रात को नीन्द में ख़लल देगा ||
ये है बालक इसे न दे बाईक |
यूँ किसी जान को कुचल देगा ||
डा० सुरेन्द्र सैनी
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